भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास

भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास: भद्रकाली माता मंदिर एक प्राचीन एव ऐतिहासिक मंदिर है यह हनुमानगढ़ शहर से 7 किमी की दूरी पर घग्गर नदी के तट पर ग्राम अमरपुरा थेडी, जिला हनुमानगढ़, राजस्थान मे स्थित है। (भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास)

भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास
भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास

मंदिर में दर्शन का समय

भद्रकाली माता मंदिर सभी दिन सुबह 5.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक खुला रहता है।(भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास)

भद्रकाली माता मंदिर की वास्तुकला

भद्रकाली माता मंदिर ईंटों और चूने के गारे से बना है। मंदिर में गोलाकार आकार का एक ऊंचा गुंबद है। इसमें एक प्रार्थना कक्ष, एक बरामदा और एक पवित्र स्थान है। माता भद्रकाली जी की मूर्ति लाल पत्थर से बनी है, इसकी ऊंचाई 2.6 फीट है और यह अलंकृत कोष्ठकों से घिरी हुई है। इस मंदिर की कलाकारी एक दम आक्रसक करने वाली है |(भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास)

भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास

भद्रकाली माता मंदिर देवी दुर्गा के कई रूपों में से एक, माता भद्रकाली को समर्पित है। माना जाता है कि बीकानेर के छठे राजा महाराजा राम सिंह ने मुगल सम्राट अकबर की इच्छा पर इस मंदिर का निर्माण कराया था। (बीकानेर के महाराजा श्री गंगा सिंह ने इसका जीर्णोद्धार करवाया। (भद्रकाली माता मंदिर का इतिहास)

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